Tuesday, April 3, 2012

तह करके रख ले अपना आसमान ऊपर वाले

"मुझे फक्र है मेरे पाँव ज़मीन पर हैं,
तह करके रख ले अपना आसमान ऊपर वाले."

                                                          ----राजीव चतुर्वेदी

3 comments:

Amod Kumar Srivastava said...

very nice sir.... bahut khub.... i admire ur writing art....

Anonymous said...

ज़मीन पे रह कर ही , कद मेरा इतना बड़ा हो गया
संभाला मैंने उन सितारों को जो टूट के गिरने लगे

Anonymous said...

ज़मीन पे रह कर ही , कद मेरा इतना बड़ा हो गया
संभाला मैंने उन सितारों को जो टूट के गिरने लगे