Saturday, May 12, 2012

राह में सूरज गलीचा क्यों बिछा कर गुम हुआ



"राह में सूरज गलीचा क्यों बिछा कर गुम हुआ,
रात को चन्दा ने चतुराई से पूछा यह सवाल.
सत्य के संकेत आंधी में कहाँ थे उड़ गए
हवाओं का रुख बदलने से पतंगों को है मलाल."
                                     ---- राजीव चतुर्वेदी

1 comment:

Madhuresh said...

बहुत सुन्दर!
रश्मि मौसी के फेसबुक परिचर्चा से आना हुआ इस ब्लॉग पर... अच्छा लगा..
सादर